अर्जुन तेंदुलकर के नाम दर्ज हुआ अनोखा रिकॉर्ड,अपनी काबिलियत से 6 गेंदों में रचा इतिहास
अर्जुन तेंदुलकर ने पिता के नाम की बजाए अपने प्रदर्शन के दम पर पहचान बनाना शुरू कर दिया है। हैदराबाद को जीतने के लिए अंतिम ओवर में 20 रन की दरकार थी। मुकाबले में अपने स्पेल के पहले 2 ओवर में अर्जुन ने बगैर विकेट लिए 14 रन दिए थे। अंतिम ओवर में SRH की तरफ से अब्दुल समद बल्लेबाजी कर रहे थे। गेंदबाजी का जिम्मा अर्जुन तेंदुलकर ने संभाल रखा था। पहली गेंद लो फुल टॉस डाली गई। बल्ले का निचला हिस्सा लगकर गुजर रही गेंद विकेटकीपर ने डाइव लगाकर रोक ली। कोई रन नहीं आया। दूसरी गेंद फिर से लोअर फुलटॉस आउटसाइड ऑफ। इसे स्लाइस कर अब्दुल समद ने 1 रन पूरा कर लिया लेकिन दूसरा रन पूरा करने के दौरान थोड़े धीमे पड़ गए और रन आउट हो गए।
तीसरी गेंद उजली पट्टी के काफी बाहर थी और वाइड करार दी गई। ईशान किशन ने फुल लेंथ डाइव लगाकर गेंद को रोका। ओवर की चौथी गेंद परफेक्ट यॉर्कर थी। अंडर प्रेशर ऐसी गेंद डालना अर्जुन तेंदुलकर की काबिलियत बताता है। इस पर बल्लेबाज मयंक मारकंडे को बतौर लेग बाय सिंगल मिला। नए बल्लेबाज भुवनेश्वर कुमार ने ओवर की पांचवी गेंद को कवर्स पर तैनात रोहित शर्मा के हाथ मार दिया और मुंबई 14 रन से मैच जीत गई। कोलकाता के खिलाफ डेब्यू मैच में अर्जुन ने 2 ओवर में बगैर विकेट चटकाए 17 रन दिए थे। दूसरे मैच में आखिरकार उन्हें अपने IPL करियर की पहली सफलता मिल गई। यह सफलता भी ऐसे वक्त मिली, जब मुंबई को जीत की सख्त जरूरत थी।
कैच लपकते ही रोहित शर्मा उंगली हवा में उठा कर अर्जुन तेंदुलकर की तरफ दौड़ पड़े। उनके चेहरे की मुस्कान बता रही थी, जूनियर तेंदुलकर हिटमैन के भरोसे पर पूरी तरह खरे उतरे थे। रोहित शर्मा अपने डिसीजन के सही साबित होने के बाद काफी उत्साहित नजर आ रहे थे। जम्मू से आने वाले अब्दुल समद बड़े हिटर्स में शुमार किए जाते हैं। अगर वह क्रीज पर थे, तो उनके सामने अर्जुन की गेंदबाजी बड़ा रिस्क थी। ऐसे में उस सिचुएशन में अर्जुन तेंदुलकर का प्रेशर हैंडल कर जाना बताता है कि खिलाड़ी बड़े मुकाबलों में बेहतर खेल दिखाएगा। अपनी टीम को पिता की ही तरह मुकाबले जिताएगा।