कुश्ती संघ के खिलाफ पहलवानों का दंगल जारी…
जंतर-मंतर पर कुश्ती खिलाड़ियों का विरोध प्रदर्शन जारी है, आपने हकं की लडाई के लिए खिलाडी कुश्ती मैंदान की जगह जंतर मंतर पर बीते कई दिनों से घरना देने पर मजबूर, खिलाड़ियों का आरोप कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण करते है, और आपने चाहते को कोच बनाते है और अन्य पदों पर भी भेंदभाव किया जाता है . धीरे धीरे धरना अखाडा में बदलता जा रहा है, अब इस में टोक्यो ओलपिंक में कांस्य पदक विजेता बजंरग पुनिया और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत देश के शीर्ष पहलवानों ने बुधवार को जंतर – मंतर पर प्रदर्शन करते हुए तस्वीर देशवासियो के लिए विचलित कर रही है.
आइये बताते है अन्य खिलाड़ियों की राय..
गीता फोगाट ने ट्वीट करते हुए कहा कि “हमारे देश के पहलवानो ने बहुत हिम्मत का काम किया है WFI में जो खिलाड़ियों के साथ होता है उस सच को सामने लाने का ओर हम सब देशवासियों का फ़र्ज़ बनता है इस सच की लड़ाई में खिलाड़ियों का साथ देने का ओर उनको न्याय दिलाने का”
ओलंपियन भारतीय पहलवान विश्व पदक विजेता और 3 बार राष्ट्रमंडल पदक विजेता बबीत फोगाट ने भी खिलाड़ियों के इस धरने का समर्थन किया है। बबीता फोगाट ने कहा कि “कुश्ती के इस मामले में मैं अपने सभी साथी खिलाड़ियो के साथ खड़ी हूँ। मैं आप सबको विश्वास दिलाती हूँ कि सरकार से हर स्तर पर इस विषय को उठाने का काम करूँगी और खिलाड़ियों के भावनाओं के अनुरूप ही आगे का भविष्य तय होगा। बबीता फोगाट ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि “मैं अपने खिलाड़ियों की इस लड़ाई में उनके साथ हूँ। मुझे सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह विश्व में देश का मान-सम्मान बढ़ाने वाले देश के खिलाड़ियों के साथ न्याय करेगी।”
कुश्ती संघ अध्यक्ष कौन है
कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण सिंह बीजेपी के सांसद हैं। आरोपों पर सांसद और WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान भी सामने आया है। अपने खिलाफ धरने पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि सबसे बड़ा आरोप विनेश फोगाट ने लगाया है, यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या कोई सामने है जो कह सके कि उत्पीड़न किया हो, अगर ऐसा हुआ है तो मैं फांसी लगा लूंगा।
जांच कमेटी पर भी उठाए सवाल
आपको बता दें कि कुश्ती खिलाड़ियों के आरोपों को बृजभूषण शरण सिंह नकारते रहे हैं. उन्होंने इन आरोपों को अपने खिलाफ साजिश करार दिया है. जनवरी में प्रोटेस्ट के बाद ओवरसाइट कमिटी बनाई गई थी. जिसमें उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था. मीडिया से बातचीत में गीता फोगाट के पर्सनल फिजियोथैरेपिस्ट परमजीत मलिक ने बताया कि 11 फरवरी को ओवर साइट कमेटी के आगे बयान दर्ज कराया गया जिसमे उन्हें न्याय का वादा किया गया. लेकिन अब काफी समय हो गया है इस लिए हम फिर से अपना विरोध जता रहे हैं.
आपको बता दें कि सोमवार को खेल मंत्रालय ने ओवरसाइट कमिटी की मुख्य बातों को सार्वजनिक भी किया है. हालांकि इसमें बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई बात नहीं कही गई है बल्कि महासंघ की स्ट्रक्चरल ढ़ांचे पर सुधार की जरुरत बताई गई है. आपको बता दें कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों का कहना है कि 7 महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की जिसे पुलिस नकार रही है. अब इस मामले कि सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में की जा रही है.
खेलों में सुपर पावर बनने का सपना जरूर भारत देख रहा है, लेकिन कई खेल संघों के अध्यक्ष आज भी पॉलिटिशियन हैं। कुश्ती को ही देख लीजिए। कॉमनवेल्थ गेम्स से ओलिंपिक तक में भारत अगर लगातार कामयाबी हासिल करता आ रहा है तो उसका श्रेय काफी हद तक पहलवानों को जाता है। बावजूद इसके उन्हें जहां अखाड़े में होना चाहिए तो वे जंतर-मंतर पर धरना देने को मजबूर हैं।